शायरी रूह से
शायरी रूह से
👻रूह जिस्म को समझ नहीं पाया
बहुत बेचैनी थी उसकी 👀आँखों में
जो हमे📒 पढ़ कर भी 📖पढ़ नहीं पाया !
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👻रूह से ज्यादा जिस्म🙇 से मोहबत होने लगी
इश्क़💃 से ज्यादा उन्हें नशे🍻 की आदत होने लगी !
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आँखों -आँखों👀 से दिल❤ मैं उतर जाएंगे दिल ❤से हम रूह👻 मैं बस जाएंगे दूर रहकर हमे याद 🙇तो कर के देखो जहा भी नज़र 👁जाएगी हम ही हम नज़र आएंगे !
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