maa par shayari
हर रिश्ते में मिलावट देखी
कच्चे रंगो की सजावट देखी
सालो साल से देखा है माँ को
न उसके चेहरे पर थकावट देखी
न ममता में कोई मिलावट देखी !
************************
माँ की कोई फ़रियाद खली नहीं जाती
भगवन से भी फ़रियाद माँ की टाली नहीं जाती
चार जूठे बर्तन धो कर भी माँ चार बच्चो को
पाल लेती है पर चार बच्चो से एक बूढी माँ पाली नहीं जाती !
********************
जब कोई पूछता है मुझ से
दुनिया में मोहब्बत बची है कहाँ
मुस्कुरा देता हूँ मैं और याद आ जाती है माँ !
Comments
Post a Comment