WAQT SHAYARI


खा खा ठोकरे इस जहा मैं ये बूरा वक़्त भी एक दिन निकल जायेगा  मंजिल चुन कर बढ़ चूका हूँ मैं दिन बदल रहे है मेरे वक़्त भी बदल जायेगा !

Comments

Popular Posts