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इश्क़ मैं हरदम मैं फिसलता हूँ इसलिए दिल्लगी से डरता हूँ अंधेरो से कही हो न जाये दोस्ती इसलिए हसीनो से बच बच कर निकलता हूँ !


 ऐ मेरे खुदा एक खूबसूरत ऐ चेहरे का दीदार करा दे हमारी बे रंग ज़िंदगी में कुछ रंग सजा दे यू तो हम फिरते है मस्तानो की तरह हमे भी मजनू बना कर लैला से मिला दे !

खामोसी सबसे प्यारा एहसास है खामोसी मैं भी तेरी याद है खामोसी इश्क़ का एक राज है खामोसी एक मोहब्बत की सुरवात है !


जो उनकी आँखों से बया होते है  वो लब्ज किताबो मैं कहा होते है  जो डूब जाते है सच्चे इश्क़ की गहरायो मैं वो मर कर भी न जुदा  होते है ! 


देख कर उसकी अदा हमारे दिल का करार खो गया  जब उसने नजाकत से झुकाई  आंखे हमे भी उससे प्यार हो गया !



कैसे बताए हम तुम्हे की हमारे लिए कितने खास हो तुम फासले तो सांसो के है हर पल दिल के पास हो तुम !



बहुत खबसूरत हो तुम मेरे इस दिल की जरुरत हो तुम  मेने जिसे ख्वाबो मैं हर पल देखा है  रब की बनाई वो सूरत हो तुम !


तुम्हारी याद दिल को तड़पाती है तुम्हारी हर अदा दिल को भाती है सवरने सी लगी है ज़िंदगी अपनी जब तू मुस्कुराते हुवे पास आती है !


रात की चांदनी अँधेरे मैं कैद है  समंदर की लहरे किनारो मैं कैद है  उनकी यादो से निकलने की हिम्मत  नहीं होती कोई तो है जो दिल की दीवारों मैं कैद है ! 



कभी अपनी जुल्फों का  हमारे ऊपर भी साया कर  तेरे दीदार के जन्मो से प्यासे है  कभी भूले भटके हमारी भी गली  मैं आया कर !

समंदर सा हो जाता है दिल जब इश्क़ का कतरा इसमें मिलता है  हुस्न मूर्च्छाद बन जाता है जब इश्क़  हद से गुजरता है !


एक तेरी यादो का पहरा  और कोई गम नहीं  इस दर्दे दिल की दवा तुम हो और  कोई मरहम नहीं !


हर लम्हा मेरे प्यार की इम्तहा अब होने लगी धीरे -धीरे मैं तेरा और तू मेरी जान होने लगी 


तेरी गली मैं आता हूँ तेरे दीदार के लिए  हमने जान बचा कर रखी है एक जान  के लिए  न जाने इतना इश्क़ कैसे हो गया एक  अनजान के लिए !


उनकी एक झलक पाने को बेकरार हुवे बैठे है उनकी नशीली आँखों मैं डूब जाने को तलबगार हुवे बैठे है उनकी हसी पाने को कई जन्मो से गुनाह गार हुवे बैठे है! 


इश्क़ दिल मैं भर दिया उसने एक बार देख कर  हम कर सके न कुछ भी लगातार देख कर !


आज यार मेरे को पैगाम लिखने का ख्याल मन मैं आया है  ऐ कलम रुक -रुक कर चल क्या  गजब का मुकाम आया है  थोड़ी देर रुक जा उसे दर्द न हो तेरी नोक के निचे उसका नाम आया है !



नज़रो -नज़रो मैं दिल की बात हो जाएगी  आईने मैं देखो हम से बात हो जाएगी  शिकवा न कीजिए हम से मिलने की  आंखे बंद करो तो ख्वाब मैं मुलाकात हो  जाएगी !


दिल खिल उठता है लब मुश्कुराते है आँखों मैं चमक आ जाती है जब -जब ख्याल आप के है !


हर दिल को मोहब्बत की राह  से एक बार गुजरना पड़ता है  मोहब्बत निगाहे करती है  तड़पना दिल को पड़ता है !


उनके ख्यालो से अब मोहब्बत होने लगी उनसे बातो की अब आदत होने लगी बीरान सी थी ज़िंदगी हमारी तुम से क्या मिले ज़िंदगी को ज़िंदगी से चाहत होने लगी !


तुझे बनाने वाला भी तुझे बना कर करवटे बदलता होगा  उठती होगी जब भी निगाहे उनकी  खुदा भी गिर -गिर कर सम्भलता होगा !

 
तू साहिल मैं किनारा होता  जब कभी टूटता इस जहाँ मैं  तू मेरा सहारा होता  लोग तुम्हे मागते दूवा मैं जरूर  पर तुझ पर हक़ हमारा होता !


दिल की बात जुबा पर अब आने लगी गम के साये मै ज़िंदगी डूब जाने लगी तुमने देखा मुझको और ज़िंदगी मुस्कुराने लगी मोहबत के बगैर तनहा थी ज़िंदगी मेरी  जब से नज़रे मिली तुमसे मुझे हर सूरत मैं  तुम ही नज़र आने लगी !


आशिक आप के है और किसी से इकरार तो नहीं  दिल की गलियों मैं है राज़ तुम्हारा और किसी  से हमे प्यार तो नहीं सरारत आप की नजरो मैं  भी थी हम अकेले कशुर वार तो नहीं !


हमारी नजरो को जिसकी तलाश है  दूर होकर भी वो दिल के पास है  वो इश्क़ है मेरा वो मेरे दिल का एहसास है पास है दरिया पर मेरी नज़रो को उसके दीदार की प्यास है !


दिल मैं बसने वाला वो अरमान हो तुम  मेरी ज़िंदगी की बहार मेरी लबो की  मुस्कान हो तुम  दिल धड़कता है सिर्फ तेरी आरजू मैं  तुम्हे कैसे बताए की मेरी जान हो तुम !


दुपटा दबा कर दांतो मैं वो मुस्कुरा दिए उस की इतनी सी बात ने कई तूफा उठा दिए हमे होने लगी आरजू उसे पाने की जब से  उसने अपने आँखों से पैमाने पीला दिए !


न दुनिया की खबर है न खुद की खबर दिल को अच्छा लगता है तेरे इश्क़ का मीठा मीठा जहर !


मेरा इश्क़ तू मेरा खुदा है तू हाजी जाते मक्के को हज के के वास्ते मेरा तो हज है तू !


माना की हम बहुत लड़ते है मगर प्यार भी बहुत करते है  मेरे गुस्से के कारन तुम नाराज़ मत हो जाना गुस्सा ऊपर से और प्यार दिल से करते है !


उसने पलके उठा कर इश्क़ दिल मैं भर दिया हम तो सूफी थे अपनी नज़रो से हमे सराबी कर दिया !


तुम्हारी पसंद को हम चाहत बना लेते है  तुम्हारी तस्वीर को सीने से लगा लेते है  तुम्हे कोई गम न हो हमारे गम को देखकर  इस लिए मुस्कुराते हुवे हर बात टाल देते है !


आँखों -आँखों से दिल मैं उतर जाएंगे  दिल से हम रूह मैं बस जाएंगे  दूर रहकर हमे याद तो कर के देखो  जहा भी नज़र जाएगी हम ही हम नज़र आएंगे  !


जब से देखा है चाँद को वो चाँद भी रात मैं निकलने लगा इतनी तारीफ़ की मेने अपने यार की सुबह तक चाँद  सूरज मैं बदलने लगा !


मुमकिन नहीं तेरी यादो को भूल पाना मुमकिन नहीं तेरे बगैर रह पाना  तुम जो सामने रहो तो तुम्हे देख कर   तमाम उम्र काट लेंगे मुमकिन नहीं तेरे बगैर हमारा जी पाना !


पलके खुली हो या हो बंद आँखों की हर पल ख्वाब तुम्हारे आते है नींद तो अब रही न आँखों मैं तुम्हारे ख्वाब आएंगे ऐ सोच कर सो जाते है !



तुम्हे नज़रो ने देखा लगा तुम्हे दिल मैं बसा लू तेरा नाम लू जुबा से तेरे आगे सिर झुका दू मेरा इश्क़ कह रहा है तुझे खुदा बना लू !


तुम्हारी नज़रो से मिली मेरी  नज़रे अब मेरी सराफत खोने लगी  चुपचाप रहता था दिल मेरा अब  हरकत होने लगी !


वो भी हम पर दिल निसार हो जाए  काश मेरी मोहब्बत मैं इतना असर हो जाए  की हम जिसे याद करे उसको खबर हो जाए !


इतनी गौर से पढ़ा करो हमारे अल्फ़ाज़ सीधा दिल मैं उतर जायेंगे जो दिल मैं उतर गए तो आप हमे न भूल पाएंगे !


जब से आप की खामोश आँखों से  हमारी आँखों की मुलाकात हो गई  तब से मेरी इश्क़ की शुरुआत हो गई  तेरे ख्यालो मैं दिल खोने लगा न जाने  दिन से कब रात हो गई !


काँटो मैं फूल भी खिल जाएंगे  बिछड़े है आज तो कल मिल जाएंगे  दूर रह कर भूल न जाना कभी जो  तुम भूल गए तो हम जीते  जी मर जाएंगे !


मुझे यार को देखने की  तालाब दिल मैं जगी है       
यार मेरे का ठिकाना काबे  वाली गली है !


 तेरे यादो से दिल को आबाद करते है सुबह शाम तुमसे मिलने की फ़रियाद करते है !


 हसीन चेहरे और हसीन नज़रे  कभी कभी नज़र आते है    जब मिलते है नज़रो से नज़र  दिल को दर्द दे जाते है !


दर्द मैं खुसी की वजह बन जाते हो तुम गम मैं यादो की वजह बन जाते हो तुम जब भी कुछ वजह न रही जीने की हमारी तब जीने की वजह बन जाते हो तुम !

तुम्हे याद कर कर तुम्हारे ख्यालो मैं खोने लगा हूँ      धीरे धीरे तू मेरा और मैं तेरा होने लगा हूँ !


हर पल सुहाना लगता था  तेरी गली मैं आना अच्छा लगता था  क्या पता था मोहब्बत ही हो जाएगी  हमे तो बस तेरा मुस्कुराना अच्छा लगता था !


कैसे निकलू तेरी यादो से ऐ अब मुझे चेन लेने नहीं देती है कर्जदार की तरह तंग करती है नींद पूरी होने नहीं देती है !


हम नाजुक दिल के लोग है  मेरा दिल न यार दुखाया कर  न झूठे वादे किया कर न झूठी कस्मे खाया करतुझे कितनी बार समझाया है  मुझे बार -बार न आजमाया कर  तेरे बिन हम मर जायेंगे मुझे इतना न यार सताया कर !


कभी आँखों को समुन्दर कर जाती है  याद तेरी  कभी दिल मैं मरहम कर जाती है  याद तेरी   तुम से तो अच्छी तेरी याद है जो हर  पल वफ़ा निभाती है याद तेरी !


यार दूर रह कर इतना  न सताया कर  जब भी मेरी नज़रे  ढूंढे तुम्हे तो ऑनलाइन  आ जाया कर !


दिल मैं तेरा प्यार रहे  आँखों मैं तेरे ख्वाब रहे  हम रहे न रहे इस जहा  मैं पर मेरा इश्क़ तेरे दिल  मैं सदा आबाद रहे !


आप हर पल इतना याद आते है मेरे दिल को हर वक़्त तड़पाते है  सोचते है दिल से भुला दे आप को  फिर अगली सुबह ख्याल बदल जाते है !


मंजिले न नज़र आती कही  रास्ते भी खो गए है  एक बार देख तो सही  तेरे बिन क्या थे और  क्या हो गए है !


दिल का इश्क़ अब जुबा  पर आने लगा है                   तुझे पाने का जूनून मेरे  सिर पर छाने लगा है !


तेरे इश्क़ का ये कितना  खूबसूरत एहसास है दूर होकर भी दूर नहीं  हो  तुम तेरी यादे मेरे पास है !


दिल की गहरायो मैं  आप उतरने लगे हो  किसी और से मोहबत है  या फिर हम पर मरने लगे हो !


दिल के अंजुमन मैं एक दर्द सा उठता है कितना भी हम भूलना चाहते है उसे फिर भी वो दिल मैं मेरे बस्ता है ! 


इश्क़ तेरा मेरी नज़रो से मेरे दिल मैं उतर गया है  तेरा फितूर अब मेरे सिर मैं चढ़ गया है !


तेरे प्यार मैं खुद को भुला कर देखा है  तेरे याद मैं नज़रो को रुला कर देखा है  ज़िंदगी ज़िंदगी नहीं है तुझ बिन हर  पल तुम्हे भुला कर देखा है !


दिल तोड़ कर मुझसे उसने पूछा  फिर करोगे मुझ से प्यार  लहू -लहू था दिल मेरा होठो ने  कहा मेने ज़िंदगी की है तेरे नाम !


देखा है जबसे आप को हम अपना सुकून गवा बैठे है आप से मिलकर बताना है दिल अपना आप के नाम कर बैठे है !


ऐ कलम लिखती जा मेरे दिल के दर्द पुराने 
 न हमे कोई मिला दिल से चाहने वाले !



 दिल की किसी बात पर अब हमे ऐतबार न रहा टूट कर दिल है रोया अब वो प्यार न रहा !


 रब से भी ज्यादा इबादत करते है हम यार की चाहे हमे कैसे भी आजमा ले इम्तहा है मेरे प्यार की !


हमने भी मोहब्बत की थी किसी जमाने मैं समय के साथ वो भूल गए और हम फिरते है उन्हें याद कर कर मैखाने मैं !



 उम्र बीतति जा रही है एक दिन कुछ भी न मेरे पास होगा जिस तरह आज मैं तड़पता हूँ यहाँ पर तुम भी तो कभी मेरे लिए तड़पा होगा !


 उनकी सूरत मैं एक गुरुर था फिर भी दिल उसे चाहने को मजबूर था न चाहते भी इश्क़ हो गया उससे दिल टुटा इसमें मेरे दिल का क्या कसूर था न जाने कितनो का दिल तोडा होगा उसने क्या खूब उसके चेहरे पर नूर था !


 पतझड़ मैं भी बहार आ जाये तुम मिलो तो करार आ जाये मुझे तड़पा कर तुम हस्ते हो तुम हमे समझो तो तुम्हे भी हम पर प्यार आ जाये !


 तुम से है दर्द की कहानी तुम ही हो मेरी ज़िंदगानी हम रहे या न रहे इस जहा मैं एक दिन लोग पढ़ेंगे तेरी मेरी कहानी !

तेरी इश्क़ मैं हम टूट के चुरो चूर हो गए तेरे दर्द ने हमे शायर बनाया और हम मशहूर हो गए !






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